FAQs

प्रश्न 1: सामान्य अध्ययन की तैयारी कब शुरू करनी चाहिए? शुरुआत में कौन-सी पुस्तकें पढ़ें?

उत्तर: नए पाठ्यक्रम की प्रकृति के कारण स्नातक स्तर पर ही तैयारी शुरू करना उचित है। यदि यह संभव न हो, तो भी घबराने की आवश्यकता नहीं। शुरुआत में NCERT की पुस्तकें पढ़ें।

  • इतिहास: कक्षा 11 और 12 की पुस्तकें। यदि कठिन लगे, तो कक्षा 9 और 10 की पुस्तकें पढ़ें।
  • भूगोल: कक्षा 6 से 12 तक की पुस्तकें, साथ में एटलस का अभ्यास।
  • सामाजिक विज्ञान: कक्षा 9 से 12 की पुस्तकें (जैसे हमारा संविधान, भारत में लोकतंत्र, समकालीन विश्व राजनीति)।
  • विज्ञान: कक्षा 6 से 10 की पुस्तकें।
    इनके बाद सिविल सेवा के लिए लिखी गई विशिष्ट पुस्तकों का अध्ययन शुरू करें।

प्रश्न 2: क्या सामान्य अध्ययन की तैयारी स्वयं की जा सकती है? यदि हाँ, तो कैसे?

उत्तर: हाँ, यह कठिन है, लेकिन असंभव नहीं। यदि आप अवधारणाओं को समझ सकते हैं, समसामयिक तथ्यों को जोड़ सकते हैं, अंग्रेजी सामग्री को हिंदी में प्रस्तुत कर सकते हैं, और इंटरनेट से उपयुक्त सामग्री खोज सकते हैं, तो 1.5 से 2 वर्ष में स्वयं तैयारी संभव है।

प्रश्न 4: सामान्य अध्ययन के लिए कौन-से अखबार और पत्रिकाएँ पढ़ें?

उत्तर:

  • अखबार: हिंदी में हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण-राष्ट्रीय संस्करण, या जनसत्ता (संतुलित दृष्टिकोण रखें)। अंग्रेजी में द हिंदू
  • इसमें द हिंदू, इंडियन एक्सप्रेस, PIB आदि का विश्लेषण शामिल है।
  • दैनिक समसामयिक प्रश्न, NCERT आधारित प्रश्न, और मुख्य परीक्षा के लिए विशेष कार्यक्रम।
  • जल्द ही लोकसभा, राज्यसभा, और आकाशवाणी के कार्यक्रमों के लिंक और हिंदी सार उपलब्ध होंगे।
  • सावधानी: इंटरनेट पर सटीक सामग्री खोजना कठिन है, और ध्यान भटकने का जोखिम रहता है।

प्रश्न 6: सिविल सेवा परीक्षा के लिए प्रतिदिन कितने घंटे पढ़ना चाहिए?

उत्तर: कोई निश्चित समय सीमा नहीं। सफलता घंटों से नहीं, कुशलता से निर्धारित होती है। 6 घंटे प्रतिदिन केंद्रित अध्ययन अच्छा प्रयास है।

प्रश्न 7: सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कब शुरू करें?

उत्तर: 20 वर्ष की आयु में शुरू करना उचित है, जब लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करना आसान होता है। बहुत जल्दी शुरू करने से थकावट, और देर से शुरू करने से नुकसान हो सकता है।

प्रश्न 8: तैयारी में सामूहिक चर्चा का क्या महत्त्व है?

उत्तर:

  • लाभ: गंभीर और समर्पित समूह के साथ चर्चा उपयोगी है।
  • सावधानी:
    • शुरुआती चरण में चर्चा से बचें।
    • समूह छोटा और विविध (विजातीय) हो।
    • चर्चा औपचारिक और समयबद्ध हो।
    • सभी सदस्यों ने विषय पढ़ा हो।

प्रश्न 9: स्नातक के बाद या नौकरी के साथ/बिना तैयारी शुरू करें?

उत्तर: तैयारी 1-2 वर्ष की गंभीर प्रक्रिया है। नौकरी या व्यावसायिक कोर्स के साथ भी संभव। विगत परिणामों में दोनों प्रकार के उम्मीदवार सफल हुए हैं। अपनी सुविधा के अनुसार शुरू करें।

प्रश्न 10: कोचिंग संस्थान कैसे चुनें?

उत्तर:

  • मानदंड: सफलता दर, शिक्षक, अध्ययन प्रणाली, सत्र अवधि, पाठ्य-सामग्री, पूर्व छात्रों की राय।
  • सावधानीपूर्वक छानबीन करें।

प्रश्न 11: बिना कोचिंग के सिविल सेवा परीक्षा में सफलता संभव है?

उत्तर: हाँ, यदि स्व-अध्ययन में सक्षम हैं। अन्यथा, अच्छे कोचिंग संस्थान से मार्गदर्शन लें। सावधानीपूर्वक संस्थान चुनें।

प्रश्न 12: प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्नों का स्वरूप क्या है?

उत्तर:

  • वस्तुनिष्ठ (बहुविकल्पीय): चार विकल्पों में से एक सही चुनें।
  • नकारात्मक अंकन: गलत उत्तर पर 1/3 अंक कटौती।
  • सीसैट: निर्णयन क्षमता प्रश्नों में नकारात्मक अंकन नहीं, सटीकता के आधार पर अंक।

प्रश्न 13: नकारात्मक अंकन को देखते हुए कितने प्रश्न करें?

उत्तर:

  • 40-50 प्रश्न करके सफलता संभव नहीं।
  • कम से कम इतने प्रश्न करें कि सफलता की संभावना बने।
  • यदि दो विकल्पों में उलझन हो, तो प्रयास करें (सही होने पर 2 अंक, गलत होने पर 0.67 अंक कटौती)।
  • उदाहरण: 20 ऐसे प्रश्नों से 13 अंकों का लाभ संभव। डरने से सफलता की संभावना कम होती है।

प्रश्न 14: ‘कट-ऑफ’ क्या है? इसका निर्धारण कैसे होता है?

उत्तर:

  • कट-ऑफ: न्यूनतम अंक, जिससे उम्मीदवार सफल होता है।
  • निर्धारण:
    • प्रारंभिक परीक्षा में केवल सामान्य अध्ययन के अंकों पर।
    • सीसैट में 33% (66 अंक) क्वालिफाइंग अंक।
    • प्रभावित कारक: सीटों की संख्या, प्रश्नों की कठिनाई, उम्मीदवारों की संख्या और गुणवत्ता।
  • कट-ऑफ हर साल बदलता है।

प्रश्न 15: प्रारंभिक परीक्षा का कट-ऑफ कितना है?

उत्तर:

  • 2015: सामान्य वर्ग के लिए 107.34।
  • 2016 (अनुमान): 110-115।
  • 2017 (अनुमान): 110-120।

प्रश्न 16: प्रश्नों को किस क्रम में हल करें?

उत्तर:

  • यदि सीसैट में सहज हैं, तो क्रमवत हल करें।
  • अन्यथा:
    • पहले निर्णयन और अंतर्वैयक्तिक कौशल (7-8 प्रश्न, कम समय, नकारात्मक अंकन नहीं)।
    • सहज प्रश्न करें, कठिन छोड़ें।
    • समय बचे तो चिह्नित प्रश्न करें।
    • एक ही प्रकार (जैसे बोधगम्यता) के प्रश्न लगातार न करें, बीच में गणित/तर्क करें।

प्रश्न 17: परीक्षा में समय-प्रबंधन के लिए क्या करें?

उत्तर:

  • ऊपर के सुझाव लागू करें।
  • मॉक टेस्ट में समय लेने वाले प्रश्न पहचानें।
  • नियमित अभ्यास से गति बढ़ाएँ।

प्रश्न 18: गणित में कमजोर हूँ, क्या सीसैट में सफल हो सकता हूँ?

उत्तर: हाँ।

  • गणित के प्रश्न ~15, जिनमें 4-5 आँकड़ों की व्याख्या/पर्याप्तता के।
  • अन्य प्रश्नों पर मेहनत करें।
  • सुझाव: प्रतिशतता, अनुपात जैसे सरल टॉपिक तैयार करें (गणित और आँकड़ा व्याख्या में लाभ)।
  • 3-4 गणित प्रश्न हल करने से क्वालिफाइंग अंक संभव।

प्रश्न 19: OMR शीट एक साथ भरें या साथ-साथ?

उत्तर:

  • 4-5 प्रश्नों के बाद भरें
  • प्रत्येक प्रश्न के साथ भरना समय बर्बाद करता है।
  • अंत में एक साथ भरने से समय की कमी का जोखिम।
  • बोधगम्यता/आँकड़ा व्याख्या के 5-6 प्रश्न एक साथ करें और OMR भरें।

प्रश्न 20: बोधगम्यता में गलतियाँ होती हैं, इसे कैसे सुधारें?

उत्तर:

  • इसे हल्के में न लें, नियमित अभ्यास करें।
  • हिंदी-अंग्रेजी दोनों में अनुच्छेद वाली पुस्तकों से अभ्यास करें।
  • हिंदी में तकनीकी शब्दों की पुष्टि अंग्रेजी पाठ से करें।
  • सुझाव: रोज अखबार का लेख पढ़ें और उसका सार लिखें (भाषा और लेखन शैली में सुधार)।

प्रश्न 21: मॉक टेस्ट से प्रारंभिक परीक्षा में लाभ?

उत्तर: हाँ।

  • लाभ:
    • तनाव नियंत्रण।
    • समय प्रबंधन।
    • प्रश्न क्रम की रणनीति।
    • प्रतिस्पर्धियों के साथ स्तर का अनुमान।

प्रश्न 22: सामान्य अध्ययन (प्रारंभिक) के लिए किस प्रकार के प्रश्नों का अभ्यास करें?

उत्तर:

  • प्रथम चरण: विषय आधारित प्रश्न (विषय पढ़ने के बाद)।
  • दूसरा चरण: मिश्रित प्रश्न (स्व-मूल्यांकन)।
  • प्रश्न हल करना समय नियोजन और तैयारी विस्तार में मदद करता है।

प्रश्न 23: प्रारंभिक परीक्षा और परिणाम के बीच समय का उपयोग?

उत्तर:

  • कुछ दिन विश्राम करें।
  • वैकल्पिक विषय को गहराई से पढ़ें।
  • सामान्य अध्ययन को भी समय दें।

प्रश्न 24: मुख्य परीक्षा के लिए वैकल्पिक विषय चुनते समय सावधानी?

उत्तर:

  • मुख्य आधार: विषय की स्कोरिंग क्षमता।
  • छोटा/बड़ा होना या सामान्य अध्ययन में मदद जैसे आधार भ्रामक।
  • सुझाव: साहित्य (जैसे हिंदी, गुजराती) सबसे स्कोरिंग। अन्यथा, अन्य अंकदायी विषय चुनें।

प्रश्न 25: इंजीनियरिंग स्नातक हूँ, उपयुक्त वैकल्पिक विषय सुझाएँ।

उत्तर:

  • इंजीनियरिंग छात्र मानविकी विषयों की ओर झुकते हैं।
  • सुझाव: भूगोल, दर्शनशास्त्र, हिंदी साहित्य, लोक प्रशासन (कम समय में तैयार, समय की बचत)।

प्रश्न 26: अर्थशास्त्र स्नातक हूँ, लेकिन इसे वैकल्पिक विषय नहीं चुनना चाहता। इंटरमीडिएट विज्ञान से किया, क्या विज्ञान विषय चुन सकता हूँ?

उत्तर:

  • मानविकी विषय चुनें।
  • सुझाव: भूगोल, दर्शनशास्त्र, हिंदी साहित्य, लोक प्रशासन

प्रश्न 27: मुख्य परीक्षा में शब्द सीमा का पालन अनिवार्य है?

उत्तर:

  • UPSC शब्द सीमा में पूरी जानकारी चाहता है।
  • विशेष परिस्थितियों में 10% अधिक/कम स्वीकार्य।
  • नियमित उत्तर लेखन अभ्यास करें।

प्रश्न 28: मुख्य परीक्षा के उत्तर लेखन में क्या ध्यान रखें?

उत्तर:

  • प्रश्न को सावधानी से 2 बार पढ़ें।
  • सभी आयाम समझकर उत्तर की रूपरेखा बनाएँ।
  • शब्द सीमा का पालन करें।

प्रश्न 29: तथ्यात्मक या विश्लेषणात्मक प्रश्नों में से कौन से करें?

उत्तर:

  • अंक उत्तर की गुणवत्ता पर, न कि प्रश्न के स्वरूप पर।
  • उपलब्ध जानकारी और संयोजन क्षमता के आधार पर प्रश्न चुनें।

प्रश्न 30: उत्तर लेखन में सामान्य या अलंकृत भाषा?

उत्तर:

  • सूचना और भाषा का समायोजन ऐसा हो कि परीक्षक की रुचि बनी रहे।
  • सही सूचना और उचित समायोजन से अच्छे अंक मिलते हैं।

प्रश्न 31: विगत वर्षों के प्रश्नों का अभ्यास क्यों करें?

उत्तर:

  • प्रश्न कम दोहराए जाते हैं, लेकिन समय प्रबंधन और शब्द सीमा में उत्तर लेखन की क्षमता विकसित होती है।
  • सूचनाओं का उचित उपयोग सीखने में मदद।

प्रश्न 32: निबंध लेखन की भूमिका और इसे कैसे सुधारें?

उत्तर:

  • निबंध अंतिम चयन में निर्णायक।
  • 250 अंकों में 160-170 अंक संभव।
  • मौलिकता और व्यक्तित्व का परीक्षण।

प्रश्न 33: सामान्य अध्ययन (प्रश्नपत्र 4) किन विषयों से संबंधित है?

उत्तर:

  • प्रश्नपत्र 4 किसी एक विषय तक सीमित नहीं।
  • विषय:
    • भावनात्मक योग्यता, अभिवृत्ति, अभिरुचि (मनोविज्ञान)।
    • नीतिशास्त्र (दर्शनशास्त्र)।
    • मानवीय मूल्य (समाजशास्त्र)।
    • शासन में ईमानदारी (लोक प्रशासन)।
  • अंतर-विषयक समझ इसकी आत्मा।

प्रश्न 34: साक्षात्कार कितने अंकों का है और इसकी भूमिका?

उत्तर:

  • 275 अंक (मुख्य परीक्षा: 1750, कुल: 2025)।
  • अंतिम चयन और पद निर्धारण में महत्त्वपूर्ण।
  • तैयारी शुरुआत से करें, व्यक्तित्व विकास निरंतर प्रक्रिया है।

प्रश्न 35: क्या बोर्ड शहरी पृष्ठभूमि के उम्मीदवारों से प्रभावित होता है?

उत्तर:

  • व्यक्तित्व का परीक्षण, पृष्ठभूमि का नहीं।
  • ग्रामीण/शहरी पृष्ठभूमि से कोई भेदभाव नहीं।
  • परीक्षा की प्रकृति के अनुसार रणनीति बनाएँ।

प्रश्न 36: बिना तैयारी के मॉक साक्षात्कार में भाग लेना उचित है?

उत्तर:

  • मॉक साक्षात्कार वास्तविक वातावरण बनाते हैं।
  • अपर्याप्त तैयारी से निराशा हो सकती है।
  • पूर्ण तैयारी के बिना भाग लेना टालें।

प्रश्न 37: साक्षात्कार में शिष्टाचार की भूमिका?

उत्तर:

  • शिष्टाचार से सकारात्मक छवि बनती है।
  • यह अंकों पर प्रभाव डालता है।
  • सामान्य शिष्टाचार बनाए रखें।

प्रश्न 38: साक्षात्कार का ड्रेस कोड?

उत्तर:

  • पुरुष: हल्के रंग की फुल स्लीव शर्ट, कंट्रास्ट पैंट, लेदर बेल्ट, जूते, मैचिंग टाई।
  • महिलाएँ: हल्के रंग की साड़ी (प्राथमिकता), या सलवार सूट।
  • रोजमर्रा के कपड़े न पहनें।

प्रश्न 39: क्या सिविल सेवा पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार को लाभ मिलता है?

उत्तर:

  • नहीं, योग्यता आधारित चयन।
  • सिविल सेवा पृष्ठभूमि से न लाभ, न नुकसान।
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