सामान्य अध्ययन रणनीति

प्रारंभिक परीक्षा के प्रथम प्रश्नपत्र में दो प्रकार के प्रश्न शामिल होते हैं: सामान्य अध्ययन के परंपरागत खंडों से और समसामयिक घटनाक्रमों से। परंपरागत खंडों में भारत का इतिहास और स्वाधीनता आंदोलन, भारतीय संविधान व राजव्यवस्था, भारत और विश्व का भूगोल, पारिस्थितिकी, पर्यावरण और जैव विविधता, भारतीय अर्थव्यवस्था, आर्थिक व सामाजिक विकास, तथा सामान्य विज्ञान से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। इसके अतिरिक्त, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय महत्त्व की समसामयिक घटनाओं से भी प्रश्न शामिल होते हैं।

इस प्रश्नपत्र की प्रभावी रणनीति तैयार करने के लिए पिछले 6 वर्षों के प्रश्नों का सूक्ष्म विश्लेषण आवश्यक है। निम्नलिखित तालिका में विभिन्न खंडों से पूछे गए प्रश्नों का विवरण दिया गया है:

विषय201120122013201420152016औसत प्रश्न/वर्ष
भारत का इतिहास और स्वाधीनता आंदोलन13201619161617
भारतीय संविधान व राजव्यवस्था1021171013613
भारत और विश्व का भूगोल1617182018315
पारिस्थितिकी, पर्यावरण और जैव विविधता17141420121615
भारतीय अर्थव्यवस्था, आर्थिक और सामाजिक विकास22141811161516
सामान्य विज्ञान161016129712
समसामयिक घटनाएँ/विविध6418163712
कुल100100100100100100100

रणनीति और प्राथमिकताएँ

भारत का इतिहास और स्वाधीनता आंदोलन

  • महत्त्व: यह खंड प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा दोनों में महत्त्वपूर्ण है। औसतन 17 प्रश्न पूछे जाते हैं।
  • प्राथमिकता:
  • आधुनिक भारतीय इतिहास, विशेषकर स्वतंत्रता आंदोलन, पर विशेष ध्यान दें, क्योंकि इससे सर्वाधिक प्रश्न पूछे जाते हैं।
  • कला और संस्कृति: स्थापत्य, मूर्तिकला, नृत्य-नाटक, संगीत, भक्ति दर्शन, भाषा और लिपि आदि पर फोकस करें।
  • मध्यकालीन इतिहास: इसकी बढ़ती प्रवृत्ति को देखते हुए समय रहते पढ़ें।
  • प्राचीन भारत: बुद्ध, महावीर, हड़प्पा सभ्यता, वैदिक संस्कृति, मौर्य और गुप्तकाल जैसे विषयों का अध्ययन करें।

भारतीय संविधान व राजव्यवस्था

  • महत्त्व: औसतन 13 प्रश्न। कम समय में अधिक अंक प्राप्त करने वाला खंड।
  • प्राथमिकता:
  • संघीय कार्यपालिका और संसद: औसतन 5 प्रश्न। गहराई से पढ़ें।
  • न्यायपालिका, मौलिक अधिकार, नीति निदेशक तत्त्व: 1-2 प्रश्न। छोटा लेकिन महत्त्वपूर्ण खंड।
  • राज्य सरकार और स्थानीय शासन: 1-2 प्रश्न। अच्छे से पढ़ें।
  • समसामयिक मुद्दे: संविधान संशोधन, आयोग आदि की जानकारी रखें।
  • ध्यान दें: 2016 में प्रश्नों की संख्या कम थी, लेकिन यूपीएससी की अनिश्चितता को देखते हुए पूरी तैयारी करें।

भारत और विश्व का भूगोल

  • महत्त्व: औसतन 15 प्रश्न। प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के लिए आवश्यक।
  • प्राथमिकता:
  • विश्व भूगोल: मानचित्र और बुनियादी अवधारणाओं पर पकड़ बनाएँ। चर्चित स्थानों की जानकारी रखें।
  • भारत का भूगोल: गहरी समझ और तथ्यों पर ध्यान दें।
  • संसाधन: एनसीईआरटी पुस्तकें और मानचित्र पढ़ें।
  • ध्यान दें: 2016 में केवल 3 प्रश्न पूछे गए, लेकिन सामान्य प्रवृत्ति को प्राथमिकता दें।

पारिस्थितिकी, पर्यावरण और जैव विविधता

  • महत्त्व: औसतन 15 प्रश्न। भूगोल, जीव विज्ञान और समसामयिकी का मिश्रण।
  • प्राथमिकता:
  • समसामयिक घटनाएँ: हाल की घटनाओं, सम्मेलनों, और संधियों पर ध्यान दें।
  • संगठन और संस्थाएँ: वैश्विक, राष्ट्रीय और क्षेत्रीय संगठनों की जानकारी रखें।
  • प्रदूषण: नियंत्रण मानक, नियम और कानूनी प्रावधान पढ़ें।
  • जैव विविधता और जलवायु परिवर्तन: प्रजातियों, उनके आवास और खतरों की सूची बनाएँ।
  • संसाधन: सरकारी मंत्रालयों की रिपोर्ट और समसामयिक स्रोत पढ़ें।

भारतीय अर्थव्यवस्था, आर्थिक और सामाजिक विकास

  • महत्त्व: औसतन 16 प्रश्न। अत्यंत महत्त्वपूर्ण खंड।
  • प्राथमिकता:
  • भारतीय अर्थव्यवस्था: मुख्य फोकस। समसामयिक मुद्दों (जैसे नोटबंदी) पर नजर रखें।
  • बैंकिंग और वित्तीय संस्थान: औसतन 4 प्रश्न। सुधारों पर ध्यान दें।
  • अन्य क्षेत्र: राष्ट्रीय आय, पंचवर्षीय योजना, राजकोषीय नीति, मुद्रास्फीति।

सामान्य विज्ञान

  • महत्त्व: औसतन 12 प्रश्न। प्रतिस्पर्धात्मक लाभ प्राप्त करने का अवसर।
  • प्राथमिकता:
  • जीव विज्ञान: सर्वाधिक प्रश्न (वनस्पति विज्ञान, रोग, आनुवंशिकी, जैव प्रौद्योगिकी)।
  • प्रौद्योगिकी: हाल के विकास पर ध्यान दें (2015 में 7, 2016 में 3 प्रश्न)।
  • भौतिक विज्ञान: प्रकाश, ऊष्मा, ध्वनि, विद्युत, गति (औसतन 2 प्रश्न)।
  • रसायन विज्ञान: नगण्य, छोड़ सकते हैं।
  • फोकस: व्यावहारिक अनुप्रयोगों पर आधारित अवधारणाएँ।

समसामयिक घटनाएँ/विविध

  • महत्त्व: औसतन 12 प्रश्न, 2016 में 37 प्रश्न। प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के लिए महत्त्वपूर्ण।
  • प्राथमिकता:
  • चयनित अध्ययन: तथ्यात्मक डेटा (तिथियाँ, पुरस्कार) से बचें। विषयवार नोट्स बनाएँ।
  • फोकस क्षेत्र: आर्थिक, राजनीतिक, पारिस्थितिक, सांस्कृतिक घटनाएँ; सरकारी नीतियाँ, अधिनियम, सुधार।

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